पतझड बसंत

पतझड बसंत

सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,
पतझड बसंत में बदल ही जाता है,
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना ,
समय कैसा भी गुजर ही जाता है |
Happy Basant Panchami

मुसीबतों

मुसीबतों

औरतें अपने मुसीबतों को इस,
प्रकार लेकर बैठती हैं जैसे,
कुछ बुन रही हो।

Raimese

ममता

ममता

बच्चों को खिलाकर जब सुलादेती है माँ,
तब जाकर थोडा सा सुकोन पाती है माँ,
प्यार कहते हैं किसे और ममता क्या चीज़ है,
कोई उन बच्चों से पूछे जिनकी गुज़र जाती है माँ,
चाहे हम खुशियों में माँ को भूल जाएँ,
जब मुसीबत सर पर आती है तो याद आती है माँ |
I Love you माँ